हिन्द के हम वीर हैं ,सब संकटों में धीर हैं, मौत का हमें न डर , सच की छोड़ें न डगर, हिन्द के हम वीर हैं ,सब संकटों में धीर हैं, मौत का हमें न डर , सच की छोड़ें न...
इक दूजे को कुबूल..... इक दूजे को कुबूल.....
हम आपके ही है हमें तो यही समझ में आता है। हम आपके ही है हमें तो यही समझ में आता है।
हमें यूँ ही हर बार प्यार से न नवाज़ा कीजे। हमें यूँ ही हर बार प्यार से न नवाज़ा कीजे।
क्या हम सच में जिन्दगी का मूल भूले जा रहे हैं। क्या हम सच में जिन्दगी का मूल भूले जा रहे हैं।
और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं... और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं...